इंटरनेशनल चैंपियनशिप में छाए हरियाणा के ‘धाकड़’

May 18, 2017

International Karate Championship

Reference: http://khelreporter.com/in-the-international-championships-the-dhakad-of-haryana/

खेल के मामले में हरियाणा के खिलाड़ियों का कोई मुकाबला नहीं है। इंटरनेशनल लेवल पर एक बार फिर खिलाड़ियों ने अपने बेहतरीन प्रदर्शन से भारत का मान रख यह साबित कर दिया। मलेशिया में आयोजित हुई इंटरनेशनल ओपन कराटे चैंपियनशिप-2017 में 40 देशों के खिलाड़ियों के बीच भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए गुरुग्राम (हरियाणा) के खिलाड़ियों ने मेडल जीतते हुए देश की शान रखी।

मलेशिया के कुआलालम्पुर में 12-14 मई को आयोजित हुई इंटरनेशनल ओपन कराटे चैंपियनशिप-2017 में भारत, जापान, चीन, भुटान, बांग्लादेश्, ईरान, ईराक, रुस, कोरिया समेत 40 देशों के खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया। भारत की ओर से 50 खिलाड़ियों में साइबरसिटी से तीन खिलाड़ियों ने अलग अलग स्पर्धाओं में देश का प्रतिनिधित्व किया।

कड़े मुकाबलों के बीच 14 वर्षीय देव ने 52 किलो भारवर्ग में जबरदस्त प्रदर्शन किया। हालांकि वह गोल्ड मेडल से चूकते हुए ब्रांज ही हासिल कर सका। इसके अलावा, शहर की नन्हीं की कराटे खिलाड़ी कृतिका सैनी (11) ने 39 किलो भारवर्ग कैटेगरी में ब्रांज मेडल जीता। जबकि, 13 वर्षीय जतिन ने 29 किलो भारवर्ग में ब्रांज मेडल जीतते हुए भारत को तीसरा मेडल दिलाया।
सोमवार देररात विजेता खिलाड़ियों के लौटने पर दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर जोरदार स्वागत हुआ। खिलाड़ियों के अभिभावकों और खेलप्रेमियों ने विजेता खिलाड़ियों और उनके कोच सुनील सैनी का फुलमाला पहनाकर स्वागत किया।

इस जीत के बाद मंगलवार को गुरुग्राम जिला खेल अधिकारी परसराम ने तीनों खिलाड़ियों को जीत की बधाई दी। उन्होंने कहा कि हमारे लिए गर्व की बात है कि हर खेल में हरियाणा के खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेहतरीन प्रदर्शन देश का नाम रोशन कर रहे हैं। उन्होंने विजेता खिलाड़ियों का मुंह मीठा भी करवाया।

इस जीत से गदगद खिलाड़ियों के कोच सुनील सैनी ने बताया कि इंटरनेशनल चैंपियनशिप में चीन, जापान के खिलाड़ियों से कड़ी टक्कर मिली। लेकिन खिलाड़ियों ने अंत तक हौसला बनाए रखा, इसी का नतीजा रहा कि तीनों खिलाड़ी मेडल के साथ भारत लौटे है। उन्होंने आगे बताया कि इंटरनेशनल प्लेटफार्म पर खिलाड़ियों को भी कई तरह की नई चुनौतियां मिली। इससे आगामी चैंपियनशिप को लेकर खिलाड़ी उसी स्तर पर मेहनत करेंगे। इस मौके पर खिलाड़ियों के अभिभावकों ने कहा कि उनके लिए गर्व की बात है कि वे देश के लिए मेडल जीतकर लाए। उन्हें पूरी उम्मीद है कि हमारे बच्चे ऐसे ही देश का नाम रोशन करते रहेंगे।

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